सीबीआई दिल्ली ने प्रधानमंत्री को भेजे गए फर्जी सिफारिशी पत्र के मामले में जौनपुर निवासी शिवाजी यादव के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली है। यह फर्जी पत्र कथित तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से भेजा गया था और इसमें उप चुनाव में एक युवक को पार्टी का टिकट देने की सिफारिश की गई थी। मामले की विवेचना सीबीआई लखनऊ की स्पेशल क्राइम ब्रांच को स्थानान्तरित कर दी गई है।
सीबीआई मुख्यालय ने जौनपुर जिले के केशवपुर गांव के निवासी शिवाजी यादव और अन्य अज्ञात लोगों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 व 471 के तहत एफआईआर दर्ज की है। मामले की विवेचना सीबीआई लखनऊ की स्पेशल क्राइम ब्रांच के डीएसपी अरुण रावत को सौंपी गई है। इससे पहले यह पत्र 13 जून 2019 को प्रधानमंत्री कार्यालय को मिला था। शक होने पर पत्र को जांच के लिए सीबीआई मुख्यालय को भेज दिया गया था। सीबीआई की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि वह पत्र जौनपुर के बदलापुर से स्पीड पोस्ट से भेजा गया था। इसे कथित तौर पर संदीप सिंह ने भेजा था।
सीबीआई की पूछताछ में संदीप सिंह ने पत्र भेजे जाने से इनकार किया। लिफाफे पर मिली लिखावट के आधार पर इसमें शिवाजी यादव की भूमिका का पता चला। पत्र पर दिया गया मोबाइल नंबर भी शिवाजी यादव का ही था। जिस दिन पत्र भेजा गया था, उस दिन उसके फोन की लोकेशन भी बदलापुर में ही पाई गई। प्रारंभिक जांच सीबीआई लखनऊ की स्पेशल क्राइम ब्रांच के एएसपी संजय शर्मा ने की थी।